आखिर क्या वजह है की भारत सरकार बेबस है बॉलीवुड के सामने और क्यों धृतराष्ट्र बना सेंसर बोर्ड
नेपाल ने कर दिखाया लेकिन भारत बेबस है। काठमांडू मे सभी हिन्दी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाया गया है लेकिन रामायण का ऐसा अपमान होने के बाद भी भारत सरकार किस बात का इंतज़ार कर रही है। क्या इस बार भी थिएटर मे तोडफोड और आगजनी का इंतज़ार कर रही है सरकार? क्या हिन्दू धर्म की आस्था से खेलना शौक बन गया है? एक तरफ राम मंदिर बनाने जैसा महान काम और दूसरी तरफ रामायण के अपमान की ऐसी अनदेखी क्यों? क्या राम मंदिर बनाना सिर्फ एक राजनीति है या सच मे आस्था है?
अगर आपने अबतक आदिपुरुष फिल्म नहीं देखी है तो हमारा सुझाव है पहले ट्रेलर और रिवियू देखकर ही अपनी बूकिंग करे। इस फिल्म मे हर तरह से रामायण का अपमान किया गया है। कास्ट के लूक से लेकर vfx तक लोगो को पसंद नहीं आ रहा है। अगर गलतिया गिनने जाये तो 2000 से ज्यादा मिलेगी। लेकिन इस आर्टिक्ल मे हम आपको इस फिल्म की भाषा के बारे मे बताने वाले है। कैसी अभद्र भाषा का उपयोग किया गया है लेकिन संघ और अन्य हिन्दू संगठन अबतक सरकार के सामने कमजोर साबित हो रहे है। आपको बता दे अपने आपको कट्टर हिंदुवादी कहने वाले श्री मनोज मुंतशीर जी ने इस फिल्म के डायलोग लिखे है।
आदिपुरुष फिल्म में प्रभास, कृति सेनन, सैफ अली खान के अलावा सनी सिंह, सोनल चौहान भी अहम भूमिका में हैं। ओम राउत के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म 500 करोड़ रुपए के भारी-भरकम बजट में बनाई गई है। फिल्म में प्रभास ने भगवान राम, कृति ने माता सीता और सैफ अली खान ने लंकेश का किरदार निभाया है।
Adipursh Dialog
फिल्म के एक सीन में, इंद्रजीत बजरंगबली की पूंछ में आग लगाने के बाद कहते हैं- 'जली ना? अब और जलेगी... बेचारा जिसकी जलती है, वही जानता है.'
बजरंगबली, इंद्रजीत से- ‘कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की…’
रावण का एक राक्षस सैनिक बजरंगबली को अशोक वाटिका में बात करते देखने के बाद कहता है- 'तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया...'
बजरंगबली- ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे…’
लक्ष्मण पर वार करने के बाद इंद्रजीत कहता है- 'मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया. अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है.'
विभीषण एक सीन में लंकेश से - 'भैया... आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं.'
लंकेश, राघव से- 'अयोध्या में तो वो रहता नहीं. रहता तो वो जंगल में है. और जंगल का राजा शेर होता है. तो वो कहां का राजा है रे.'
अगर आप भी इस फिल्म को रामायण का अपमान समझ रहे है तो इस पोस्ट को शेयर करे और हिन्दू समाज को जागृत करे। जिससे भविष्य मे कोई हिन्दू समाज की सभ्यता और संस्कृति के साथ खेलने की कोशिश ना करे।